हम सरल को कठिन बनाए बैठे हैं || आचार्य प्रशान्त (2016)
2019-11-27
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१२ अक्टूबर २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
श्रद्धा कैसे लाए?
हम कल्पनाओं में ही क्यों जीते है?
हमें कोई भी काम उबाऊ क्यों मालूम पड़ता है?
जीवन मै कैसा काम चुने?
वर्त्तमान में कैसे रहे?
संगीत: मिलिंद दाते